क्या हार्ट ब्लॉक दवा से ठीक हो सकता है?
डॉ. अमित सिंह, कार्डियोलॉजिस्ट, कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल, मुंबई
परिचय
हार्ट अटैक (Heart Attack) अचानक होने वाली एक गंभीर स्थिति है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके संकेत कई हफ्तों या महीनों पहले ही दिखाई देने लगते हैं? अगर हम इन संकेतों को समय रहते पहचान लें, तो हार्ट अटैक को रोका जा सकता है।
आज के इस लेख में, मैं आपको हार्ट अटैक से 1 महीने पहले दिखने वाले लक्षणों, उनके कारण और बचाव के उपायों के बारे में विस्तार से बताऊंगा। अगर आपको या आपके किसी करीबी को ये लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
हार्ट अटैक क्यों होता है?
हार्ट अटैक तब होता है जब हृदय को रक्त पहुंचाने वाली धमनियाँ (Coronary Arteries) किसी रुकावट (Blockage) या रक्त के थक्के (Blood Clot) की वजह से बंद हो जाती हैं।
इसके मुख्य कारण हैं:
✔ कोलेस्ट्रॉल जमा होना – धमनियों में फैट जमा होने से रक्त प्रवाह बाधित होता है।
✔ उच्च रक्तचाप (High BP) – ज्यादा ब्लड प्रेशर से हृदय पर अधिक दबाव पड़ता है।
✔ शुगर और मोटापा – ये हृदय रोग के बड़े कारण हैं।
✔ धूम्रपान और शराब – नसों को संकरा कर देती हैं, जिससे ब्लॉकेज बढ़ता है।
✔ तनाव और गलत जीवनशैली – मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
हार्ट अटैक से 1 महीने पहले दिखने वाले लक्षण
हार्ट अटैक कभी भी अचानक नहीं आता। शरीर एक महीने पहले ही चेतावनी संकेत देना शुरू कर देता है। आइए जानते हैं वे लक्षण जो हार्ट अटैक से 30 दिन पहले दिखाई देने लगते हैं।
1. सीने में हल्का-हल्का दर्द या भारीपन
- हार्ट अटैक से पहले छाती में हल्की जकड़न, दर्द या दबाव महसूस हो सकता है।
- यह दर्द बाएं हाथ, गर्दन, जबड़े या पीठ तक फैल सकता है।
- कुछ लोगों को जलन या भारीपन जैसा भी महसूस हो सकता है।
2. सांस लेने में तकलीफ (Shortness of Breath)
- अगर बिना किसी भारी काम के भी सांस फूलने लगे, तो यह दिल की धमनियों के संकुचित होने का संकेत हो सकता है।
- यह लक्षण रक्त संचार में कमी और ऑक्सीजन की कमी की वजह से होता है।
3. अत्यधिक थकान और कमजोरी
- अगर आपको हर समय थकान और कमजोरी महसूस होती है, बिना ज्यादा मेहनत किए भी थक जाते हैं, तो यह दिल की धमनियों में ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है।
- यह महिलाओं में अधिक सामान्य लक्षण है।
4. पसीना आना (Excessive Sweating)
- बिना किसी कारण अत्यधिक पसीना आना, विशेषकर ठंडे पसीने आना हार्ट अटैक का बड़ा संकेत हो सकता है।
- यह शरीर के ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम की प्रतिक्रिया होती है, जो खराब रक्त प्रवाह को संतुलित करने की कोशिश करता है।
5. चक्कर आना और बेहोशी
- अगर आपको अक्सर चक्कर आते हैं या हल्का महसूस होता है, तो यह ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव या रक्त प्रवाह में कमी के कारण हो सकता है।
- कभी-कभी यह गंभीर धमनियों में रुकावट (Blocked Arteries) का संकेत हो सकता है।
6. अपच और उल्टी (Indigestion and Nausea)
- हार्ट अटैक से पहले पाचन संबंधी समस्याएँ, जैसे सीने में जलन, गैस, अपच, उल्टी आदि हो सकती हैं।
- यह अक्सर महिलाओं में हार्ट अटैक के पहले देखा जाता है।
7. अनियमित दिल की धड़कन (Irregular Heartbeat)
- अगर दिल की धड़कन अचानक बहुत तेज या बहुत धीमी हो जाती है, तो यह हार्ट की समस्या का संकेत हो सकता है।
- इसे एरिथमिया (Arrhythmia) कहते हैं, और यह हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकता है।
8. पैरों और टखनों में सूजन
- अगर पैरों, टखनों या पेट में सूजन हो रही है, तो यह हृदय की पंपिंग क्षमता कम होने के कारण हो सकता है।
- हृदय कमजोर होने पर शरीर में तरल पदार्थ जमा होने लगता है।
9. नींद की समस्या (Sleep Disturbances)
- हार्ट अटैक से पहले कई लोगों को रात में बार-बार नींद खुलना, बेचैनी या अनिद्रा (Insomnia) की समस्या होती है।
- यह हृदय और फेफड़ों में रक्त संचार की गड़बड़ी की वजह से हो सकता है।
अगर आपको ये लक्षण दिखें तो क्या करें?
अगर आपको उपरोक्त कोई भी लक्षण लगातार महसूस हो रहे हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और जरूरी जांच करवाएं।
हार्ट अटैक से बचने के लिए 5 जरूरी कदम:
✅ नियमित हेल्थ चेकअप कराएं – कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच कराएं।
✅ स्वस्थ आहार लें – कम वसा वाला और अधिक फाइबर युक्त भोजन खाएं।
✅ नियमित व्यायाम करें – रोजाना 30 मिनट टहलना या हल्का व्यायाम करें।
✅ धूम्रपान और शराब से बचें – ये हार्ट ब्लॉकेज को बढ़ा सकते हैं।
✅ तनाव को नियंत्रित करें – योग, ध्यान और अच्छी नींद लें।
हार्ट अटैक की जांच कैसे की जाती है?
अगर आपको हार्ट अटैक के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो डॉक्टर निम्नलिखित जांच कर सकते हैं:
- ईसीजी (ECG) – दिल की धड़कनों की गड़बड़ी को पहचानने के लिए।
- ट्रॉपोनिन टेस्ट – हार्ट अटैक के दौरान बढ़ने वाले एंजाइम की जांच।
- इकोकार्डियोग्राफी (Echocardiography) – हृदय की कार्यप्रणाली की जाँच के लिए।
- एंजियोग्राफी (Angiography) – धमनियों में ब्लॉकेज का पता लगाने के लिए।
निष्कर्ष
हार्ट अटैक से एक महीने पहले शरीर कई संकेत देने लगता है, लेकिन अधिकतर लोग इन्हें नज़रअंदाज़ कर देते हैं। अगर आपको सीने में दर्द, सांस फूलना, थकान, चक्कर या पसीना आने जैसी समस्याएँ लगातार हो रही हैं, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
“समय पर सावधानी बरतने से हार्ट अटैक को रोका जा सकता है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाएँ और अपने दिल को सुरक्षित रखें!”
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