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हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के बीच मुख्य अंतर क्या है?

हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के बीच अंतर

आजकल हृदय संबंधी बीमारियाँ तेजी से बढ़ रही हैं, और इनमें हार्ट अटैक (Heart Attack) और कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest) प्रमुख हैं। कई लोग इन दोनों स्थितियों को एक ही समझ लेते हैं, लेकिन वास्तव में ये दोनों अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याएँ हैं। इस ब्लॉग में हम हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के बीच मुख्य अंतर को समझेंगे, इनके लक्षण, कारण और बचाव के उपायों पर चर्चा करेंगे।


हार्ट अटैक क्या है?

हार्ट अटैक, जिसे मायोकार्डियल इंफार्क्शन (Myocardial Infarction) भी कहा जाता है, तब होता है जब हृदय की धमनियों में रुकावट आ जाती है और हृदय को आवश्यक ऑक्सीजन और रक्त की आपूर्ति नहीं हो पाती। यह रुकावट आमतौर पर कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों के कारण होती है, जिससे हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुँचता है।

हार्ट अटैक के प्रमुख लक्षण:

  • छाती में दर्द या असहजता (यह दर्द बाएँ हाथ, गर्दन, जबड़े या पीठ तक फैल सकता है)
  • साँस लेने में कठिनाई
  • ठंडा पसीना आना
  • मतली या उल्टी महसूस होना
  • चक्कर आना या बेहोशी

हार्ट अटैक के प्रमुख कारण:

  • उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)
  • उच्च कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol)
  • धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन
  • मोटापा और अनियमित जीवनशैली
  • डायबिटीज
  • अधिक मानसिक तनाव

हार्ट अटैक से बचाव के उपाय:

  • संतुलित आहार और कम वसा वाले भोजन का सेवन करें
  • नियमित रूप से व्यायाम करें
  • धूम्रपान और शराब से बचें
  • तनाव को कम करने के लिए ध्यान (Meditation) और योग करें
  • नियमित रूप से अपने ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की जाँच करवाएँ

कार्डियक अरेस्ट क्या है?

कार्डियक अरेस्ट एक अचानक और गंभीर स्थिति होती है, जिसमें हृदय की धड़कन अनियमित हो जाती है और हृदय पूरी तरह से धड़कना बंद कर देता है। यह एक इलेक्ट्रिकल गड़बड़ी के कारण होता है, जिससे हृदय शरीर में रक्त पंप करना बंद कर देता है। यदि तुरंत उपचार न मिले, तो यह स्थिति घातक हो सकती है।

कार्डियक अरेस्ट के प्रमुख लक्षण:

  • अचानक बेहोशी
  • साँस न आना
  • नाड़ी (Pulse) का न मिलना
  • त्वचा का नीला या पीला पड़ जाना

कार्डियक अरेस्ट के प्रमुख कारण:

  • वेंट्रिकुलर फाइब्रिलेशन (Ventricular Fibrillation)
  • कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary Artery Disease)
  • इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन
  • गंभीर हृदय अतालता (Arrhythmia)
  • आनुवंशिक कारण

कार्डियक अरेस्ट से बचाव के उपाय:

  • स्वस्थ हृदय के लिए नियमित व्यायाम करें
  • शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखें
  • उच्च रक्तचाप और हृदय रोगों की समय पर जाँच करवाएँ
  • हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए मेडिटेशन और तनाव प्रबंधन करें

हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में मुख्य अंतर

अंतर के बिंदुहार्ट अटैककार्डियक अरेस्ट
कारणहृदय की धमनियों में ब्लॉकेजहृदय की इलेक्ट्रिकल गड़बड़ी
घटनाक्रमधीरे-धीरे विकसित होता हैअचानक और तीव्र होता है
लक्षणछाती में दर्द, साँस लेने में दिक्कतअचानक बेहोशी, साँस न आना
उपचारदवाइयाँ, एंजियोप्लास्टी, बायपास सर्जरीCPR, डिफिब्रिलेटर का उपयोग

हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में क्या करें?

यदि किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक के लक्षण दिखें, तो:

  1. तुरंत 108 या अपने नज़दीकी अस्पताल को कॉल करें।
  2. व्यक्ति को आराम करने के लिए कहें और कोई भारी गतिविधि न करने दें।
  3. यदि डॉक्टर ने एस्पिरिन लेने की सलाह दी हो, तो उसे चबाने के लिए दें।
  4. बेहोशी की स्थिति में तुरंत CPR देने की तैयारी करें।

यदि किसी को कार्डियक अरेस्ट हो जाए, तो:

  1. तुरंत CPR (Cardiopulmonary Resuscitation) शुरू करें।
  2. यदि उपलब्ध हो, तो ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफिब्रिलेटर (AED) का उपयोग करें।
  3. आपातकालीन सहायता आने तक लगातार छाती पर दबाव (Chest Compression) देते रहें।

निष्कर्ष

हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट दोनों ही गंभीर स्थितियाँ हैं, लेकिन दोनों में अंतर है। हार्ट अटैक रक्त प्रवाह में रुकावट के कारण होता है, जबकि कार्डियक अरेस्ट हृदय की इलेक्ट्रिकल समस्या के कारण होता है। सही समय पर पहचान और तुरंत उपचार से जान बचाई जा सकती है।

अपने हृदय का ख्याल रखें, स्वस्थ जीवनशैली अपनाएँ और हृदय रोगों से बचने के लिए नियमित जाँच करवाते रहें।

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Written by

Dr. Amit Singh - Cardiologist, Navi Mumbai

Hello, I am Dr. Amit Singh, a Consultant Cardiologist with extensive experience in advanced cardiac care. I hold a D.M. in Cardiology and M.D. in Medicine from the prestigious KEM Hospital, Mumbai. Additionally, I have earned certifications from the European Cardiology Society, including the Heart Failure Association (HFA) Certification and the European Association of Percutaneous Cardiovascular Interventions (EAPCI) Certification.Currently, I am privileged to serve as a Consultant Cardiologist at Kokilaben Dhirubhai Ambani Hospital, Navi Mumbai, where I specialize in delivering cutting-edge and compassionate cardiac care to my patients.https://www.eka.care/doctor/dr-amit-singh-cardiologist-navi-mumbai

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